कॉलेजों में ऑनलाइन एडमिशन के लिए इस बार छात्रों को न केवल पहले से ज्यादा डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ेगी, बल्कि उन्हें यह भी बताना होगा कि भविष्य में वे जॉब करना चाहते हैं या बिजनस। साथ ही उन्हें यह भी बताना होगा कि अगर वह भविष्य मे ंजॉब करना चाहते हैं तो गवर्नमेंट या प्राइवेट किस सेक्टर में जाना चाहेंगे। इसके अलावा छात्र को एक विकल्प में अपना फील्ड ऑफ इंट्रेस्ट भी बताना होगा। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि छात्र अभी से भविष्य को लेकर प्लानिंग कर सकें और वोकेशनल तथा इलेक्टिव विषय चुनने में संस्थान भी उनकी मदद कर सके।इस बार तीन नए दस्तावेज भी जोड़े गए हैं। इनमें
📌 अपार आईडी
📌 एबीसी (अकाउंट बैंक ऑफ क्रेडिट)
📌 मूल निवासी प्रमाण पत्र (पहले ऑप्शनल था)
📌 इस बार स्टूडेंट्स को मूल निवासी प्रमाण पत्र का नंबर भी बताना होगा।
📌 छात्रों को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के दौरान एमपी ऑनलाइन के कियोस्क सेंटर पर अपना विधानसभा क्षेत्र भी बताना होगा। भले ही छात्र प्रदेश में किसी भी जिले का हो।
फॉर्म भरते समय लिए जाएंगे ये डॉक्यूमेंट्स 📝📂
1️⃣ ईमेल आईडी
2️⃣ एबीसी रजिस्ट्रेशन या अपार आईडी
3️⃣ आधार नंबर
4️⃣ मोबाइल नंबर
5️⃣ 10वीं और 12वीं की मूल या ऑनलाइन मार्कशीट
रजिस्ट्रेशन कराने के बाद लिस्ट जारी होने पर ही कॉलेज जाएं 📜🏬🚶🏻♂️🚶🏻♀️
इस बार छात्रों को ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत रजिस्ट्रेशन कराने के बाद तुरंत कॉलेज जाने की जरूरत नहीं है, लिस्ट आने पर ही जाएं। हालांकि जिन कॉलेजों को अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त है, उनमें प्रवेश के लिए छात्र अलग से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन तो करवाएंगे ही, लेकिन अगले दिन या उसके बाद कॉलेज भी जाना होगा, क्योंकि वहां सीधे प्रवेश होगा 37 कॉलेजों में सीधे प्रवेश हो रहा है। हालांकि दोनों कैटेगरी के एडमिशन में दस्तावेज सत्यापन ऑनलाइन ही होगा। जिन आवेदनों में त्रुटि पाई जाएगी, उसमें सुधार के लिए छात्र को मोबाइल पर मैसेज आएगा। उसे किसी भी शासकीय कॉलेज के हेल्प सेंटर पर पहुंचकर यह ठीक करवाना होगा। हेल्प सेंटर शुरू हो चुके हैं।