जिनके आधार कार्ड बने हुए 10 साल हो चुके हैं, उन्हें नाम और एड्रेस के अलावा बायोमैट्रिक डेटा भी अपडेट कराना जरूरी है। ऐसा नहीं कराने पर आने वाले दिनों में उनके आधार नंबर सस्पेंड भी हो सकते हैं। बायोमैट्रिक डेटा में फिंगरप्रिंट, आइरिश (आखों की पुतली) स्कैन और फेस (ऑथेंटिकेशन) का डेटा भी अपडेट कराना होगा। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा तय किए गए मापदंड के मुताबिक ऐसे लोग नाम और पता ऑनलाइन भी अपडेट कर सकते हैं।
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