बढ़ती गर्मी में पशुओं को लू के प्रकोप से बचाने के लिए उप संचालक पशु चिकित्सा द्वारा पशुपालकों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है।
पशुओं में लू लगने के लक्षणपशुओं के द्वारा आहार खाने में कमी होना
नाक से खून बहना एवं पतले दस्त होना
आँख व नाक लाल होना एवं पशुओं के द्वारा गहरी सांस लेना
पशुओं में बैचेनी दिखाई देना
छाया ढुंढना एवं बार-बार उठना बैठनादुग्ध उत्पादन में कमी होना
मुंह से अत्यधिक लार बहना
पशुओं को लू से बचाने के उपाय पशुओं को दिन के समय पर्याप्त छाया वाले स्थान पर ही बांधा जाये, धूप से पूरी तरह बचा कर रखें।
पशुओं को पर्याप्त मात्रा में हरा चारा खिलायें, भूखा नहीं रखे।
पानी की उपलब्धता पर्याप्त रखें, दिन में कम से कम तीन बार पशुओं को पानी पिलाएं।
पशुओं को बंद कमरे में ना रखें, पर्याप्त हवादार स्थान पर बांधे।
पशु बीमार होने पर तत्काल नजदीकी पशु चिकित्सालय/पशु औषधालय में सम्पर्क कर शीघ्र उपचार करवायें अथवा 1962 टोल फ्री नंबर पर कॉल कर उपचार कराएं।